वैदिक धर्म
वैदिक धर्म वैदिक धर्म संसार के सब मतों और सम्प्रदायों से अधिक प्राचीन है । यह सृष्टि के प्रारंभ से अर्थात् १,९६,०८, ५३, ११७ वर्ष से है। संसारभर के दूसरे मत, पंथ या संप्रदाय किसी ने किसी पैगम्बर, मसीहा, …
सुख और दुःख का चक्र
सुख और दुःख का चक्र ‘संत कबीर के यह शब्द – सुख और दुःख का चक्र को बहुत अच्छे से परिभाषित करते हैं :- “देह धरे का दण्ड है सब काहू को होय ज्ञानी भुगते ज्ञान कर अज्ञानी …
आन्तरिक शान्ति
आन्तरिक शान्ति आज बात करने वाले हैं आन्तरिक शान्ति की :- इस वैज्ञानिक आधुनिक युग में सभी इतने व्यस्त हैं। प्राणी अपनी रोज ही समस्याओं में जूझ कर यह सांसारिक जीवन यापन कर रहे हैं। इस भाग दोड़ में …