वेदों में विज्ञान
वेदों में संपूर्ण विज्ञान वेदों में सभी प्रकार के विज्ञान के कुछ उदाहरण अथवा वेदों में संपूर्ण विज्ञान वेदों में पृथिवी के घूमने का वर्णन निम्न वेद मंत्र में पृथिवी द्वारा सूर्य के चारों ओर घूमने का वर्णन है- आयं …
वेदों में संपूर्ण विज्ञान वेदों में सभी प्रकार के विज्ञान के कुछ उदाहरण अथवा वेदों में संपूर्ण विज्ञान वेदों में पृथिवी के घूमने का वर्णन निम्न वेद मंत्र में पृथिवी द्वारा सूर्य के चारों ओर घूमने का वर्णन है- आयं …
वेदों में प्रमाण की वेद ईश्वरीय ज्ञान क्यों है ? अथवा वेदों के ईश्वरीय ज्ञान होने के वेद में प्रमाण :- अनेक वेद मंत्रों में वेद के ईश्वरीय ज्ञान होने का स्पष्ट उल्लेख है। उदाहरण के लिए कुछ मंत्र नीचे …
आज हम देखने वाले हैं की वेदों में क्या है ? वेदों में क्या है ? इस विषय पर कहा जाता है कि वेद ‘ सृष्टि के सम्पूर्ण ज्ञानकोष की कुंजी हैं। सृष्टि के आदिकाल से लेकर महाभारत काल तक, …
ब्रह्मचर्य क्या है ? ब्रह्मचर्य दो शब्दों से मिलकर बना है ब्रह्म और चर्य | ब्रह्म का अर्थ है ईश्वर, वेद, ज्ञान और वीर्य आदि तथा ‘चर्य’ शब्द चर् धातु से बना है जिसका अर्थ है अध्ययन करना, चिन्तन करना …
जितेन्द्रियता क्या है ? इस विषय को महर्षि मनु जी मनुस्मृति में कहते हैं :- श्रुत्वा स्पृष्टवा च दृष्टवा, च भुक्त्वा घ्रात्वा च यो नरः । न दृष्यती ग्लायति वा स विज्ञेयो जितेन्द्रियः ।। अर्थात् सुनकर, देखकर, खाकर और सूंघकर …
सुख और आनन्द में अंतर आज हम बात करने वाले हैं सुख और आनंद में अंतर की – सुख वेदादि शास्त्रों में सुख का अर्थ होता है सांसारिक पदार्थों से यानी संसार में जितनी भी चीजें हैं उन चीजों से …