विनम्र बनो

विनम्र बनो

विनम्र बनो आज हम बात करने वाले हैं विनम्रता के बारे में तभी तो वेदों में कहा गया है विनम्र बनो।  दोस्तों वेदों में एक छोटी सी सूक्ति जाती है पर्णालधीयसी भव। जिसका मतलब होता है – हे मानव तू पर्ण यानी पत्ते से भी हल्का बन, अर्थात् विनम्र बन। जो नम्र बनता है उसके … Read more