दिनचर्या पर केन्द्रित मन
दिनचर्या पर केन्द्रित मन दिनचर्या पर केन्द्रित मन का होना बहुत ही जरूरी है, यानि अत्यंत आवश्यक है तभी तो संत कबीर दास जी का कथन है :- ये हीरा जन्म अमोल है कोड़ी बदले जाय अपने जीवन को हीरे के तुल्य बनाने के लिये मनुष्य को ‘मनसा वाचा कर्मणा’ अर्थात मन से, वाणी … Read more