प्रेम ‘प्रेम’! इस ढाई अक्षर के शब्द में विचित्र आकर्षण और अद्भुत जादू है। प्रेम में वह जादू है कि शत्रु भी अपना मित्र बन जाता है। प्रेम से प्रेम उत्पन्न होता है, क्रोध से क्रोध, घृणा से घृणा और द्वेष से द्वेष। यदि आप चाहते हैं कि दूसरे आप से प्रेम करें तो आप … Read more