प्रार्थना जब हम ईश्वर से प्रार्थना करना छोड़ देते हैं और जब मानव निराशा…
व्यवहार में राग और द्वेष कहा जाता है व्यवहार में राग और द्वेष का…
सुख दुःख में अन्तर 'कोई तो तन मन दु:खी कोई चित्त उदास एक एक…
ईश्वर हमारे भीतर ही है आज हम जानने वाले हैं की ईश्वर हमारे भीतर ही…
मानव समाज के चार वर्ग आज हम बात करने वाले हैं मानव समाज के चार…
सेवाभाव सेवा एक साज है जीवन के गीत का इन्सान से इन्सान की अनूठी प्रीत…